शनिवार, 13 अक्तूबर 2012

बलात्कार रोकने का अचूक उपाय !




बलात्कार की घटनाये जिस तरह पूरे देश में बढ़ रही हैं, और सरकारें और प्रशासन इन्हें रोकने में असफल रहा है, इस पर सरकार की मंशा और कानून की द्रढ़ता पर भी सवाल उठता है, पिछले 1 महीने में सिर्फ हरियाणा में ही 15 से अधिक बलात्कार की घटनाये हुई है, पिछले कुछ दिनों पहले उडीसा में एक मत्री समर्थित लोगों ने पहले बलात्कार किया और फिर हत्या करने की कोशिश की, 4 साल की लड़कियों का तक बलात्कार होता हैं, आज हमारी महिलाएं बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है, ये भेड़िये हमेशा ताक में रहते हैं की कब मौका मिले और कब इन्हें अपना शिकार  बनायें। कुछ आंकड़ों पर नजर डाले तो 2011 में 24206 बलात्कार के मामले  दर्ज हुए  जो 1971 के 2043 मामलों  से 873 % अधिक है, हालाँकि एक साल में 2043 का आंकड़ा भी बहुत अधिक है। और बलात्कार का एक भी मामला असहनीय है।   मेरी नजर में बलात्कार सबसे घ्रणित और क्रूर अपराध है, ऐसे लोगों को मानव नहीं कहा जा सकता वो सिर्फ दरिन्दे हैं, और सरकार को ऐसा प्रावधान करना चाहिए की बलात्कार के आरोपों की जांच 6 महीने के अन्दर पूरी हो, जाच पारदर्शी हो, मामले की सुनवाई महिला जज से हो तथा जाच के हर स्तर  में भी महिला अधिकारी और कर्मी की भी हिसेदारी होना चाहिए,  और दोषियों की खासकर जिनके लिए प्रत्यक्ष प्रमाण मौजूद  हैं, उनके लिंग काट देना चाहिए और यही नहीं उनके गुदा में गर्म सरिया डालना चाहिए ताकि उन्हें उस  पीड़ा का एहसास हो जो उस मासूम को होता है जिसका ये बलात्कार करते हैं, कुछ लोग ये कहेंगे की जो सुझाव मैंने दिए वो अमानवीय है, मेरा तर्क है जो अमानवीय कार्य करता है वो मानव है ही नहीं दरिन्दे है, और बलात्कार से अधिक दरिंदगी भरा कोई काम कोई और नहीं है, और दरिंदों को अति कठिन सजा मिलनी चाहिए।।। ताकि हमारी बेटियां, बहने, देवियाँ और माताएं सुरक्षित और सम्मानित रहें ! 

ऐसे मंत्री और अधिकारी जो बलात्कार के मामलों में महिला विरोधी बयान  देते हैं उन्हें बिना जांच किये बर्खास्त कर  जेल में डाल  देना चाहिए। 

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