बुधवार, 26 जून 2013

मोदी की महिमा !



मोदी तुम हो पूरे ढोंगी,
खाली पूंगी खूब बजाओ,
करो न कुछ पर ढोल बजाओ,
हिन्दू-मुस्लिम को लडवाओ,
फेक इनकाउंटर तुम करवाओ,
अदनी, अम्बानी तुम्हरे चेले,
फ्री में है जमीन दिलवाते,

तुम हो रेम्बो, सुपर मैन तुम,
तुमने दिव्यद्रष्टि है पाई,
उत्तराखंड में बाढ़ जब आई,
तुमने पहिचाने गुजराती,
चुन-चुन कर एक-एक गुजराती,
१५००० की जान बचाई,

हो प्रपंच में महादेव देव तुम,
ढोंगी के हो तुम हरिराई 
तुमहो देवराज कांडों के,
कैसी अद्भुत शक्ति है पाई,
मूढों  की सेना तुम पालो,
पड़े लिखों को भी बहकाओ,
तुमतो मायावी हो फिर भी,
लोकायुक्त से डरो क्यों भाई,  

तुम हो शनि देव के आजा,
बन बैठे भष्मासुर राजा,
बड़े बड़ों की दुर्गति करदी,
तुम्हरी कुदृष्टि पड़ी जब भाई,
R.S.S. को मिटा दिया,
बने चीफ गुजरात के तुम जब,
संजय हों, या हों अडवाणी,
तुमने सबकी बैण्ड बजादी,


तुम्हारी महिमा पापी गावें,
द्वेष इर्षा जो हैं पालें,
तुम्हारी स्तुति जिनने गाई,
नरक गए ज़िंदा ही भाई,
बाबू बजरंगी ने स्तुति गाई,
जेल गए और आफत आई,
माया कोटनानी थी भगतन,
मृत्यु दंड की बारी आई,


जय जय मोदी...जय जय मोदी...
जपते.. जपते... शामत आई !!

शुक्रवार, 21 जून 2013

"सिलिकॉन लोक" के वासी !


शिक्षित,  स्वकेन्द्रित, और देश विमुख, भारत माँ की संतानों को सप्रेम भेट !!




सब मृतवत हैं, सब विस्मित हैं। 
है प्राण नहीं अब बाकी ।। 
भर उदर स्वयं का, सुप्त हृदय।
कहते वो भी हैं भारत वासी ।।

सुनलो मृतवत, द्वि-पद डंगर।
"सिलिकॉन लोक" के वासी ।।
गर रहोगे सोते, खुद में खोके ।
खो दोगे जो भी है बाकी ।।

माँ रही पुकार, समय रन का है।
बना शत्रु उसका ही सूत है।।
उठो सजग हो, लड़ो अभय।
बलिदान करो, अब की बारी।।  


जय हिन्द !!