सभी लगाते हैं आज बोली !
दिखाके अपनी सूरत भोली !!
अगर किसी ने दो बात करदी !
समझलो तुम्हारी लगादी बोली !!
समझ ले इतना ऐ भोले बन्दे !
की सारी दुनिया है ये बिकाऊं !!
कोई नहीं है यहाँ पे अपना !
सभी को प्यारा अपना सपना !!
अपने-अपने काम के खातिर !
तुझे करेंगे यूज ये काफ़िर !!
करेंगे तेरा शिकार ये सब !
अगर जो दाना तू ने खाया !!
तोड़ दे इनका ये जाल प्यारे !
निकल जा इनके पाश से प्यारे!!
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