सोमवार, 19 मार्च 2012

हालीवुड की महिमा





ये है हालीवुड की महिमा !
ये है इस कलयुग की गीता !!
इस युग का कुरान औ बाईबल !
जीवन का दर्शन है ये अब !!

लोग सीखते हैं अब इससे !
कैसे है जीवन को जीना !!
नेता हों या जन साधारण !
सब में है अब इसकी लीला !!

नए विचारों को ये लाता !
पाप: पुण्य है ये समझाता !!
मन में नयी उर्जा भरकर !
दुर्गम काम है ये करवाता !!

कामुकता है नयी संस्कृति !
बेशर्मी है जीवन शैली !!
लोलुपता है धर्म आज अब !
बिकनी है अबतो पहनावा !!

सुन्दर महिलाओं के तन से !
कपड़े गायब ये करवाता !!
पूरे कपड़े जो भी पहने !
बदसूरत है वो कहलाता !!


नंगापन है हमे सिखाता !
बेशर्मी को दी परिभाषा !!
कैसे किसका मर्डर है करना !
नए तरीके है सिखलाता !!

पॉलीगैमी या समलिंगी !
कैसे बनना है समझाता !!
भड़वों का यूँ राजा बनकर !
कैसे है हमको इतराना !!

है ये पंचतंत्र से अद्भुत !
इसके हैं डायलाग प्रसिद्ध !!
है प्रभाव इसका अतुलित !
रहे न कोई अब संतुलित !!

पांच साल के बच्चे से यूँ  !
कन्या मित्र को पाने खातिर !!
बच्चे से गोली चलवाकर !
मॉस मर्डर है ये करवाता !!

नाक कटा के मन बह्लाके !
कैसे करें कैरेक्टर ढीला !!
मात-पिता और बड़ों के सन्मुख !
दें कैसे गर्लफ्रेंड को चूमा !!

कहते थे व्यभिचार जिसे हम !
अब एडवांस है वो कहलाता !!
औरों की बीवी संग सोना !
ये अब है फैशन कहलाता !!

शांति पूर्ण जीवन हो यदि तो !
बोरिंग लाइफ हैं अब कहते !!
हो अशांति और अति तनाव तो !
अडवेंचर है उसको कहते !!

करे जो सेवा मात- पिता की !
उसको उल्लू हैं अब कहते !!
केवल नयी गर्लफ्रेंड को अब !
अपनी फैमिली हैं हम कहते !!

नया प्रिंसिपल लिविन रिलेशन !
औ एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर !!
हर एक रात में टेस्ट बदलना !
सुखमय जीवन की परभाषा !!

कभी जो काम बड़े थे मुश्किल !
सोच नहीं पाते थे जो हम !!
आज सुलभ हैं वो सब कितने !
हालीवुड ने दिए ये सपने !!

                                - डॉ सुधीर कुमार शुक्ल 'तेजस्वी" 

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