बुधवार, 7 मार्च 2012

होरी में मनवा बिहंग मचलत है

होली के पवन पर्व पर आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाये....ईश्वर आप सभी का जीवन खुशियों के रंग से सजा दे.....



रंग भरे चहुँ ओर बसंत मचलत है,
गालों में गोरी के गुलाल मचलत हैं,

मोहक सुगंध संग बयार मचलत है,
बागन में पंछी स्वच्छंद बिचरत  हैं,

राधा के संग-संग श्याम मचलत है,
चाँद, संग सूरज भी आज बिचरत है,

रंग और गुलाल, मृदंग मचलत हैं,
नदिया संग सागर बेईमान ढुरकत है,

कलियों संग भौरा मदमस्त मचलत है,
झरनों संग बादल बेईमान मचलत है,

बौराई धरती मतंग मचलत है,
अम्बर संग बनके पतंग मचलत है,

नैनो में खुशियों के रंग मचलत हैं,
मन में एक नूतन उमंग मचलत है,

गोरी के नैनन से रंग बरसत है,  
होरी में मनवा बिहंग मचलत है,

                                   -डॉ. सुधीर कुमार शुक्ल 'तेजस्वी" 

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