आज समाचार देखा तो पताचला बिहार चुनाओ में बीजेपी एक नया प्रयोग कर रही है। बिहारियों को बीजेपी शासित राज्यों में ले जाया जाएगा और वहां विकास दिखाया जाएगा। ताकि वापस बिहार लौट कर लोगों को बीजेपी शासित राज्यों के विकास के बारे में बता सकें। और विकास की लालसा में बीजेपी को वोट करें। होसकता है एक तरह जुमला हो पर है रोचक। यात्रियों को जिसतरह कतार में लगाकर, परिचयपत्र छुपाकर ले जाया गया, उन्हें किसी से बात करने तक आजादी नहीं थी। उन्हें ठीक नहीं पता की क्यों जा रहे हैं। ऐसा लगा जैसे दास प्रथा वाले युग में चल रहे हैं या ग्लैडिएटर फिल्म चल रही है। जिसमे दासों भरकर लेजाया जारहा है। उनकी स्वतंत्रता छीन कर ताकि वो राजा (बीजेपी) की सेवा कर सकें, उसे सत्ता ला सकें, उसकी ग़ुलामी करें। अगर आप ये न्यूज़ देखोगे तो आपको भी ऐसा ही लगेगा। इस दास यात्रा से दासों को कुछ मिले या न मिले, मुझे और कुछ नहीं तो इतिहास से साक्षात्कार तो हो ही गया।
थैंक यू ! बीजेपी इतिहास सैर कराने के लिए।
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