पत्नी की हैसियत समझने के लिए कल का एक वाकिया बताता हूँ।
कल की बात है मैं अपने ऑफिस में बैठे शोध पत्र (Research Article) लिख रहा था, उसे कल ही सबमिट करना था। तभी फेसबुक पर एक सन्देश आया "ए. सी. का रिमोट काम नहीं कर रहा" आप समझ ही गए होंगे की ऐसे सन्देश भेजने का साहस वो भी काम के वक्त कौन कर सकता है। हाँ ठीक समझा, वो मेरी धर्मपत्नी का सन्देश था।
मैंने लिखा- अरे ! क्या हुआ ?
पत्नी- ये ए. सी. का रिमोट काम नहीं कर रहा
मैं - (एक "Key" बताते हुए) इसे दबा दो ठीक हो जायेगा
पत्नी - कुछ नहीं हो रहा, तुम घर कब तक आरहे हो ?
मैं - २ घंटे बाद (फिर कुछ सोचते हुए) ज्यादा प्रॉब्लम है क्या ? अभी आऊँ ?
पत्नी - मुझे नहीं पता
मैं समझ गया कुकर का प्रेशर हाई है। शोध पत्र लिखना वही बंद कर के घर के लिए निकल लिया।
घंटी बजाई !
पत्नी - (दरवाजा खोलते हुए) ये तुम्हारी औलाद है ना, जीने नहीं देती, दिन भर उठा -पटक.…… (मेरे ८ महीने की एक बेटी भी है, शायद उसी ने रिमोट पटका था)
मैं - (अपराध भाव में) कोई बात नहीं तुम परेशान न हो अभी ठीक कर देता हूँ।
मैंने रिमोट की बैटरी निकली, फिर लगाया ठीक हो गया।
पत्नी - (प्यार से) तुम कितने अच्छे हो, मेरे लिए ऑफिस से आगये।
मैं - (मुस्कुराते हुए) hmm ( अंदर ही अंदर) चलो आज बुरा पति होने का तमगा लगते- लगते एक बार फिर बच गया। मैं अंदर ही अंदर यह सोच कर हँस रहा था की अगर कोई दूसरा इस काम के लिए मुझे सब शोध कार्य बीच में छोड़ कर बुलाता तो क्या मैं आता। नहीं न आता …… चाहे फिर वो मेरे पिता जी ही क्यों न होते। हा … हा … हा !
सारांश : जो प्राणी, पति को शोध कार्य बीच में छोड़ कर रिमोट ठीक करने के लिए घर बुला ले वो भी बिना औपचारिक रूप से बोले उसे पत्नी कहते हैं, और उसकी हैसियत का अंदाज़ा आप खुद ही लगा सकते हैं।
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