आज कल सीक्वल फिल्मो का जमाना है, जैसे सुपरमैन रिटर्न्स, द मामी रिटर्न्स, आदि। पहले ये फैशन सिर्फ पश्चिमी देशों में था परन्तु समय के साथ ये भारत में भी काफी पापुलर है, जैसे भूत रिटर्न्स, 1920 ईविल रिटर्न्स आदि । इसी तरह नेताओं का भी सीक्वल एपिसोड बनता है, जैसे मोनिका लेवेंस्की के बाद " विल क्लिंटन रिटर्न्स", "सरकोजी रिटर्न्स", "बर्लुस्कोनी रिटर्न्स", ऐसे में हमारे देश के नेता कैसे पीछे रहते इन्होने भी फिल्मे बनाई यही नहीं फिल्मो की झड़ी लगा दी, "एन डी तिवारी रिटर्न्स""कलमाड़ी रिटर्न्स", "राजा रिटर्न्स", "कनिमोड़ी रिटर्न्स" के बाद अभी कल एक नयी राजनितिक फिल्म रिलीज़ हुई है " सिंघवी रिटर्न्स" आप लोगों को इनका पहला पार्ट तो याद होगा। महाशय जी कितनी कुशलता से वकील को जज बना रहे थे और यह पूरी प्रक्रिया विडियो भी उपलब्ध था। हालाँकि कुछ लोगों को इसको देखने का सौभाग्य नहीं मिला होगा, क्योंकी सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी । हम आशा करते हैं की इस अपने दूसरे भाग में अभिषेक मनुसिघवी जी और भी उम्दा काम करेंगे, और अपनी कुशलता प्रमाणित कर, भारत के लोकतंत्र को और गौरवान्वित करेंगे। यही नही सोनिया जी को भी अपने कारिंदों पर काफी विश्वास है, उसमे सिंघवी जी जरूर खरे उतरेंगे। शिंदे जी वैसे भी कहते हैं की देश की जनता को कुछ याद नहीं रहता, ऐसे में फिल्मो के नए भाग लाना और जरूरी हो जाता है। ताकि जनता की याद और ताजा रहे। अब देखते हैं 2014 जनता को ये फिल्मे याद रहती हैं की नहीं।
अब मेरा जय हिन्द बोलने का मन भी नहीं हो रहा ! ( माफ़ करियेगा)
बाकी आपलोग खुद ही समझदार हैं !!
बढिया लिखा ..
जवाब देंहटाएंसंगीता जी प्रणाम ! बहुत बहुत धन्यवाद् आपके उत्साहवर्धन के लिए।
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