विजय है ये "आप" की,
आपके विश्वास की,
हर गरीब- अमीर की,
निर्भया के आंसू की,
मौका भी है, ताकत भी,
और दिल्ली का विश्वास भी,
अब दिल्ली को सवारना है,
सबके आंसू पोछना है,
अहंकार को कुचल कर,
अत्याचार का दमन कर,
आम जन की कर सेवा,
महिला का हो सम्मान,
सब हो सुखी, सब हो खुशहाल,
दिल्ली के धन पर ,
गरीब का हो पहला अधिकार,
मुबारक हो आपको अपनी सरकार,
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